क्षेत्रीय में कौन सा विशेषण है | Kshetriya mein kaun sa visheshan hai

क्षेत्रीय में कौन सा विशेषण है | Kshetriya mein kaun sa visheshan hai

Kshetriya mein kaun sa visheshan hai :- नमस्कार दोस्तों आपका हार्दिक स्वागत है हमारे इस लेख में आज के इस लेख के मदद से हम जानने वाले हैं कि आखिर क्षेत्रीय में कौन सा विशेषण होता है।

यह सवाल हिंदी ग्रामर से जुड़ा हुआ है और यह सवाल कई बार हिंदी के परीक्षा में पूछा भी जाता है और कई सारे ऐसे लोग हैं जो इस सवाल के जवाब देने में असमर्थ हो जाते हैं,

 और वह चिंतित रहते हैं तो उन सभी लोगों का चिंता दूर करने के लिए और इस सवाल का जवाब देने के लिए हमने इस लेख को लिखा है तो चलिए शुरू करते हैं इस लेख को बिना देरी किए हुए।

क्षेत्रीय में कौन सा विशेषण है

क्षेत्रीय शब्द में गुणवाचक विशेषण है।

दोस्तों क्षेत्रीय शब्द का मतलब क्षेत्र संबंधी  चीज़ों से होता है।  हम आपके जानकारी के लिए बता दे कि क्षेत्रीय  का मूल शब्द क्षेत्र है।

और जब हम क्षेत्र शब्द में यह प्रत्यय जोड़ते है या उपयोग करते है तो हमे परिणामस्वरूप क्षेत्रीय शब्द प्राप्त होता है और यह विशेषण का रूप ग्रहण कर लेता है ।

अगर हम क्षेत्रीय शब्द की बात करें तो क्षेत्रीय शब्द किसी भी क्षेत्र के गुणों को दर्शाता है।

 अगर हम क्षेत्रीय शब्द को उदाहरण के साथ समझने की कोसिस करे तो :- भारत से भारतीय, बिहार से बिहारी, पाकिस्तान से पाकिस्तानी, अमेरिका से अमेरिकन, क्षेत्र से क्षेत्रीय और इत्यादि बहुत होते हैं। अतः यह पूर्ण रूप से स्पष्ट है कि क्षेत्रीय में गुणवाचक विशेषण है।

गुणवाचक विशेषण क्या है

दोस्तों हमने ऊपर के टॉपिक में जाना कि क्षेत्रीय कौन सा विशेषण है अब हम जानने वाले हैं कि आखिर गुणवाचक विशेषण की परिभाषा क्या होता है तो चलिए शुरू करते हैं इस टॉपिक को बिना देरी किए हुए।

जो जो शब्द, किसी व्यक्ति या वस्तु, स्थान के गुण, दोष,  अवस्था, रंग, आकार, स्थिति, स्वभाव, गंध, स्वाद, दशा, दिशा, स्पर्श, आदि का बोध होता है उन सभी शब्दों को गुणवाचक विशेषण कहा जाता है।

गुणवाचक विशेषण शब्दों का उच्चारण करने से उनके गुणों बारे में मालूम चलता है। तो कुछ इस प्रकार से गुणवाचक विशेषण होता है।

गुणवाचक विशेषण के उदाहरण

  • कालबोधक:  वार्षिक, मासिक, नया, पुराना, मोसमी, दोपहर, प्राचीन इत्यादि।
  • स्वादबोधक:  तीखा, चरका, कड़वा, मीठा, खट्टा, नमकीन इत्यादि।
  • रंगबोधक:  केसरिया, सफेद, हरा, पीला, लाल, बैंगनी, चमकीला, गुलाबी इत्यादि।
  • गुणबोधक:  सरल, कठोर, विनम्र, ईमानदार, बेईमान, बुद्धिमान, बलवान, कायर इत्यादि।
  • दोषबोधक:  झूठा, बेईमान, चोर, कंजूस, लालची, घमंडी इत्यादि।
  • आकारबोधक: बड़ा, चपटा, मोटा, गोल, चोरस, समान, ऊचा, पोला इत्यादि।
  • अवस्थाबोधक: लंबा, बौना, सुखा, छोटा, मोटा, पतला, गिला, पालतू, गरीब, रोगी इत्यादि।
  • स्थानबोधक: अमेरिकी, भारतीय, बाहरी, भीतरी, पंजाबी, विदेशी दांया, बांया इत्यादि।
  • भावबोधक: वीर, ताकतवर, अच्छा, बुरा, डरपोक, कायर इत्यादि।
  • दिशाबोधक:  पूर्वी, पश्चिमी, निचला, उतरी, दक्षिणी, उपरी, इत्यादि।
  • स्पर्शबोधक: कड़क, कोमल, गर्म, मुलायम, कठोर, ठंडा इत्यादि।

Also Read :- प्रेम वाटीका पुस्तक के रचयिता कौन है

क्षेत्रीय शब्द का अर्थ क्या होता है।

क्षेत्रीय शब्द का अर्थ जगह, जमीन अथवा कोई विशेष क्षेत्र, होता है। क्षेत्रीय शब्द का उपयोग किसी विशेष क्षेत्र वाले जगह को दर्शाने के लिए किया जाता है या लोग अलग-अलग जगहों के बारे में बताने के लिए  उस जगह को क्षेत्रीय शब्द के नाम का उल्लेख करते हैं।

क्षेत्रीय शब्द को अंग्रेजी में Regional कहा जाता है। क्षेत्रीय एक लैटिन शब्द है जो रीजनलिस से आया है। क्षेत्रीय शब्द को क्षेत्र स्तरीय जन पदीय स्थानीय आदि भी कहा जा सकता है।

क्षेत्रीय शब्द एक जगह विशेष अर्थात किसी स्थान विशेष का बोध कराता है। किसी सीमित स्थान के भीतर को क्षेत्रीय, भी कहा जा सकता है।

लोग अलग अलग क्षेत्रों में क्षेत्रीय शब्द को अलग अलग नाम से पुकारते है। दोस्तों तो कुछ इस प्रकार से क्षेत्रीय शब्द का अर्थ होता है।

क्षेत्रीय शब्द में गुणवाचक विशेषण क्यो होता है।

दोस्तों हमने ऊपर के टॉपिक में क्षेत्रीय शब्द से जुड़ी बहुत से जानकारी प्राप्त की और यह भी जाना कि क्षेत्रीय शब्द का विशेषण गुणवाचक होता है । मगर इस टॉपिक में हम जानेंगे कि आखिर क्षेत्रीय शब्द का विशेषण गुणवाचक ही क्यों होता है,

तो हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि क्षेत्रीय शब्द क्षेत्र के गुण को दर्शाता है। जैसे मान लीजिए कि अगर हम भारतीय शब्द का उच्चारण करते हैं और तो भारतीय में भारत शब्द के गुण को दर्शाया जा रहा है ।

ठीक उसी तरह से अगर हम किसी क्षेत्रीय शब्द का नाम लेते हैं जैसे कि बलूघटिये क्षेत्रीय , इस शब्द से ही मालूम चल जाता है कि हम किसी ऐसे क्षेत्र का नाम ले रहे हैं, जहां पर बालू स्थित है ठीक उसी तरह से किसी क्षेत्रीय शब्द के नाम लेने पर उसके क्षेत्र को दर्शाया जाता है,

और आपको हमने ऊपर में बताया कि जो शब्द किसी भी चीज का गुण व्यक्ति वस्तु आस्थान तथा चीजों का बोध करता है तो उसे हम गुणवाचक विशेषण के रूप में मानते है।

Also Read :- अकबारी विज्ञापन के लेखक कौन हैं ?

क्षेत्रीय में कौन सा विशेषण है बताइए ?

क्षेत्रीय में गुणवाचक विशेषण है।

Watch This :-

Video Source :- Doubtnut

Also Read :- परिष्कृत आंकड़े किसे कहते हैं

     [ Conclusion, निष्कर्ष ]

दोस्तों मैं आशा करता हूं कि आप जान चुके होंगे क्षेत्रीय में कौन सा विशेषण है दोस्तों हमने इस लेख में सरल से सरल भाषा का उपयोग करके आपको इससे जुड़ी जानकारी देने की कोशिश की है क्योंकि हमें मालूम है।

 कि यह सवाल कई बार परीक्षाओं में पूछा जाता है और ढेर सारे लोगों को इसका जवाब नहीं मालूम होता है और मैं यह दावे के साथ कह सकता हूं कि आप हमारे इस लेख को पढ़ करके अवश्य संतुष्ट होंगे।

दोस्तों अगर इस लेख में आपको कहीं भी कोई भी किसी भी प्रकार का दिक्कत हुआ होगा तो आप हमारे दिए गए कमेंट बॉक्स में अवश्य मैसेज करें हमारी समूह आपकी मैसेज की रिप्लाई जरूर देगी।

इन्हें भी पढ़े:- बिहारी सतसई का संपादन किसने किया था

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *